Vision & Mission

श्री किशोरी ट्रस्ट का विज़न
1. हर ज़रूरतमंद तक भोजन पहुँचाकर भूख मुक्त भारत की ओर अग्रसर होना।
2. बेसहारा गौमाताओं और पशुओं के लिए गौशाला और सेवा केंद्रों की स्थापना।
3. गुरुकुल के माध्यम से वंचित बच्चों को आध्यात्मिक व आधुनिक शिक्षा देना।
4. महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु सुरक्षा, शिक्षा और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना।
5. ज़रूरतमंदों को स्वच्छ वस्त्र उपलब्ध कराना और कपड़ों का पुनः उपयोग बढ़ाना।
6. बच्चों को छात्रवृत्ति, ट्यूशन और डिजिटल शिक्षा के माध्यम से सक्षम बनाना।
7. श्रीमद्भगवद्गीता का प्रचार-प्रसार और युवाओं में आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाना।
8. सामूहिक अन्न सेवा के ज़रिए समुदाय में सेवा और समर्पण की भावना फैलाना।
9. बुज़ुर्गों को देखभाल, चिकित्सा और आत्मीयता प्रदान करने की व्यवस्था करना।
10. पर्यावरण संरक्षण और हरित अभियान के ज़रिए स्वच्छ और संतुलित समाज बनाना
11. हमने सनातन धर्म की कक्षाएँ शुरू की हैं, और हमारा उद्देश्य भारत के युवाओं को उनकी संस्कृति और धर्म के मूल सिद्धांतों से शिक्षित करना है।
12. हम प्रेरणात्मक सत्रों का आयोजन कर रहे हैं, जिससे छात्र जीवन में सकारात्मक सोच, आत्मविश्वास और सनातन मूल्यों की ओर अग्रसर हो सकें।

श्री किशोरी ट्रस्ट का मिशन
"भूख मुक्त भारत"
1. उत्तर प्रदेश के हर ज़िले में अन्न सेवा केंद्र स्थापित करना।
2. निर्धन, दिव्यांग और बेसहारा लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराना।
3. धार्मिक अवसरों और त्योहारों पर विशेष अन्न वितरण शिविर आयोजित करना।
4. स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों के पास पौष्टिक नाश्ते एवं भोजन की व्यवस्था करना।
5. भोजन वितरण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग कर पर्यावरण अनुकूल सेवा देना।
6. स्वयंसेवकों, रसोइयों और स्थानीय सेवा दलों के माध्यम से प्रभावी संचालन सुनिश्चित करना।
7. बचे हुए भोजन के सदुपयोग हेतु होटल, विवाह समारोह आदि से सहयोग प्राप्त करना।
8. बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए विशेष पोषण योजना के अंतर्गत रोज़ाना भोजन उपलब्ध कराना।
9. ज़रूरतमंदों की पहचान के लिए स्थानीय सर्वे और हेल्पलाइन सुविधा शुरू करना।
10. हर दिन अधिक से अधिक लोगों तक अन्न पहुँचाने की दिशा में निरंतर विस्तार करना।
11. भोजन की बर्बादी रोकने हेतु “बचा हुआ अन्न – जीवन दान” अभियान चलाना।

CSR परियोजना प्रस्ताव:
"समर्पण - सेवा से समृद्धि की ओर"
परियोजना सारांश: ग्रामीण और वंचित समुदायों में शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और पशु कल्याण के माध्यम से समग्र विकास का लक्ष्य।
1. शिक्षा और कौशल विकास
वंचित बच्चों के लिए गुरुकुल आधारित शिक्षा केंद्र।
युवाओं हेतु डिजिटल और व्यावसायिक प्रशिक्षण।
महिलाओं को सिलाई और हस्तकला में प्रशिक्षण।
2. महिला सशक्तिकरण
स्वयं सहायता समूहों का गठन और मार्गदर्शन।
महिला उद्यमियों को वित्तीय और विपणन सहयोग।
स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जागरूकता अभियान।
3. पर्यावरण संरक्षण
वृक्षारोपण और हरित पट्टी विस्तार।
जल संरक्षण जैसे वर्षा जल संचयन।
स्वच्छता और कचरा प्रबंधन अभियान।
4. पशु कल्याण
बेसहारा पशुओं के लिए शरण स्थल निर्माण।
नियमित पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन।
पशु अधिकार और देखभाल पर जागरूकता।
लाभार्थी समूह:
ग्रामीण व शहरी गरीब, महिलाएँ, युवा और बेसहारा पशु।
संभावित साझेदारियाँ:
CSR कंपनियाँ, स्थानीय निकाय, गैर-सरकारी संगठन।
प्रभाव:
रोजगार, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरणीय संतुलन और पशु संरक्षण में व्यापक योगदान।

हमारा संकल्प
हम, श्री किशोरी ट्रस्ट के सेवाभावी सदस्य, यह संकल्प लेते हैं कि—
हम हर भूखे पेट तक भोजन पहुँचाने का प्रयास करेंगे,
हर असहाय गौमाता को आश्रय देंगे,
हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिलाएंगे,
हर महिला को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण देंगे,
हर बुज़ुर्ग को परिवार-सा अपनापन देंगे,
और इस भूमि को हरियाली, करुणा और धर्म से संपन्न बनाएंगे।
हम निःस्वार्थ सेवा, समर्पण और सद्भाव के मार्ग पर चलते हुए
“सेवा ही धर्म है” को अपना जीवन मंत्र बनाएंगे।
यही हमारा व्रत है, यही हमारी आराधना है।
राधे राधे।